Top 10+ Class 10 Hindi Moral stories | Moral Stories In Hindi For Class 10

मैं आज के आर्टिकल में आपके साथ 10 से भी ज्यादा Class 10 Hindi Moral stories की लिस्ट शेयर करूंगा जिसका इस्तेमाल क्लास 10th के स्टूडेंट अपनी जिंदगी में शिक्षा प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं. अपने आप को सही दिशा में ले जाने के लिए हिंदी मोरल स्टोरीज एक बेहतरीन जरिया हैं. मेरा यकीन मानिये मोरल स्टोरीज द्वरा नैतिक मूल्यों, अच्छे आदर्शों और सही गतिविधियों का संदेश मिलता हैं. ऐसी स्टोरीज बच्चों और युवाओं को अच्छे व्यक्तित्व, सामाजिक जिम्मेदारी एवं नैतिकता के महत्व को समझाने के लिए बनाई जाती हैं. भला ऐसे में कौन नही मोरल स्टोरीज को पढ़ना चाहेगा. इसीलिए मैं आपके साथ 10 से भी अधिक Class 10 Hindi Moral stories की लिस्ट शेयर कर रहा हूँ. तो आईये Moral Stories In Hindi For Class 10 के बारे जानते हैं.

Class 10 Hindi Moral stories

  1. धूर्त बंदर
  2. विश्वास की महत्ता
  3. सत्य की महिमा
  4. सच्ची मित्रता की महिमा
  5. खजाने की खोज
  6. मेहनत का फल
  7. आदर्श ग्रामीण युवा
  8. साहसी दलदल में एक चिड़िया
  9. विजयी विचारशीलता
  10. समय की महत्वपूर्णता

धूर्त बंदर

एक समय की बात हैं, एक जंगल में एक धूर्त बंदर रहता था. वह बहुत ही चालाक और मक्कार था. उसे दूसरे जानवरों को लूटने का बड़ा शौक था. बंदर बड़ी ही तेजी से अपनी चाल चलता था और उनसे उनकी खाद्य सामग्री छीन लेता था. जंगल के अन्य जानवरों ने इसे कई बार चेतावनी दी लेकिन बंदर धोखाधड़ी और लूट करने में लगा रहता था. उसके द्वारा की गई छल के कारण जंगल के अन्य जानवर उसे डर से बचते थे. एक दिन, एक पुराना बंदर उसे देखता हैं और अपने अनुभव से सीख लेता हैं कि इस धूर्त बंदर के द्वारा उनका अन्न लूटा जा रहा हैं. पुराना बंदर सोचता हैं कि उसे इसे अपने बुरे कर्म से बचाना होगा. पुराना बंदर अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करते हुए एक योजना बनाता हैं. वह बंदर के पास जाकर कहता हैं, “हे धूर्त बंदर, तुम तो बहुत ही चतुर हो.

इतनी तेजी से तुम अपने उच्चारण करते हो कि इंसान तुम्हें समझ नहीं पाता.” धूर्त बंदर गर्व से उछलता हुआ कहता हैं, “हां, मैं वाकई बहुत ही चतुर हूँ. मेरे उच्चारण को न सिर्फ इंसान, बल्कि अन्य जानवर भी समझ सकते हैं.” पुराना बंदर अपनी चाल को खामियों से भरते हुए कहता हैं, “तो यह सिद्ध करो कि तुम मेरे सामने उसी पथ पर जा सकते हो जिस पर मैं जाता हूँ.” धूर्त बंदर में गर्व और अहंकार भर जाते हैं और वह जबरन उसी पथ पर चलने का प्रयास करता हैं जिसे पुराना बंदर ने बताया हैं तो वह खुद को चोट पहुंचाता हैं. पुराना बंदर खुशी से खिलखिलाता हैं और कहता हैं “तुम्हारी चालाकी से तुम ने खुद को जोखिम में डाल दिया. धूर्तता और अहंकार नहीं बल्कि विवेकपूर्ण निर्णय और ईमानदारी हमेशा सफलता लाते हैं.”

इस कहानी से हमें यह सिखाने का संदेश मिलता हैं कि धूर्तता और अहंकार अच्छे गुण नहीं हैं. एक व्यक्ति को सदा अपनी सीमाओं में रहकर सत्य, ईमानदारी और निष्ठा का पालन करना चाहिये. अपने कर्तव्यों का पालन करते हुये और सही रास्ता चुनते हुए हम जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं.

विश्वास की महत्ता

यह कहानी हैं एक गांव में रहने वाले रामू के बारे में हैं. रामू एक छोटा सा बच्चा था जिसमें कोई खास गुण नहीं था और जिसे लगता था कि उसमें सफलता पाने का कोई साधन नहीं हैं. वह अकेला रहकर दूसरे बच्चों के सामर्थ्य की तुलना में कमजोर महसूस करता था. एक दिन रामू को एक पक्षी मिलती हैं जो उसे उसके अस्तित्व के बारे में बताती हैं. पक्षी कहती हैं, “ओ रामू, तुम अद्भुत हो. तुम्हारे पास खुदा की देन हैं और तुम्हारे अंदर भी कोई विशेषता हैं. तुम अपने अस्तित्व को महसूस करो और खुद को स्वीकार करो.” रामू इस बात पर विश्वास नहीं करता हैं और सोचता हैं कि पक्षी उसे चिढ़ा रही हैं लेकिन पक्षी कहती हैं, “तुम अद्भुत क्षमताओं से सुसज्जित हो सकते हो. तुम वास्तव में सफलता प्राप्त कर सकते हो.

तुम्हारे अंदर छिपे हुए कौशलों को खोजो और सच्चे विश्वास के साथ आगे बढ़ो.” रामू की रूचि जाग्रत होती हैं और वह पक्षी की बातों पर विचार करने लगता हैं. उसे यह विचार आता हैं कि वह अपने गुणों पर विश्वास कर सकता हैं और सफलता प्राप्त कर सकता हैं. रामू अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर जंगल में दौड़ने जाता हैं. एक बार उन्हें अपने अस्तित्व को प्रदर्शित करने का अवसर मिलता हैं. वे एक बड़े पेड़ के ऊपर चढ़ जाते हैं और अपने अंदर के विशेष गुणों का प्रदर्शन करते हैं. दौड़ते वक्त रामू दिखाता हैं कि वह तेज दौर लगा सकता हैं, ऊंचाई तक कूद सकता हैं और नियमित ढंग से दौड़ सकता हैं. उसे यह अनुभव होता हैं कि वह बहुत कुछ कर सकता हैं और सच्ची सफलता प्राप्त कर सकता हैं.

इस कहानी से हमें यह सिखाने का संदेश मिलता हैं कि हमें अपने अस्तित्व पर विश्वास करना चाहिये. अपने गुणों को पहचानना चाहिये और संघर्ष करने की महत्वपूर्णता को समझना चाहिये. इसके अलावा निरंतर प्रयास करते हुये हम अपनी क्षमताओं को विकसित कर सकते हैं और सफलता की ओर प्रगति कर सकते हैं.

सत्य की महिमा

एक गांव में एक गरीब लड़का रहता था जिसका नाम राहुल हैं. वह एक सरल और सच्चा बच्चा था जिसे हमेशा सत्य बोलने की सलाह दी जाती थी. उसके माता-पिता ने उसे सत्य और ईमानदारी की महत्ता सिखाई थी. साथ ही में उसे समय-समय पर अच्छी सीख देने के लिए प्रोत्साहित किया था. एक बार राहुल को अपने दोस्त संजय के साथ खेलने जाने की अनुमति थी. वे दोनों खेलते-खेलते एक वृक्ष के पास पहुंच गये. राहुल ने देखा कि वृक्ष के ऊपर एक फल लटका हुआ हैं. संजय के कहने पर राहुल ने वृक्ष पर चढ़कर फल को तोड़ लिया. कुछ समय बाद एक वृद्ध महिला वहां से गुजर रही थी. वह राहुल के पास आई और पूछा, “क्या तुमने वृक्ष से यह फल चोरी किया हैं?” राहुल ने घबराते हुये कहा, “नहीं दादीजी, मैंने फल चोरी नहीं की हैं.”

महिला ने विश्वास नहीं किया और कहा, “यह फल मेरा हैं और तुमने उसे चोरी कर लिया हैं. तुम एक ईमानदार बच्चा नहीं हो.” राहुल ने ग़ुस्से में कहा, “मैंने फल चोरी नहीं की हैं दादीजी.” महिला ने एक पुलिस अधिकारी को बुलाया और राहुल को दोषी ठहराने की कोशिश की. राहुल बहुत डर गया लेकिन वह सच्चाई बोलने के लिए तैयार था. बहस के बाद उसे मौका मिला और वह वही बात फिर से कहने को तैयार था. अचानक एक व्यक्ति आया और बताया कि फल वास्तव में उसी का था और उसने उसे वृक्ष पर छोड़ दिया था. राहुल ने सच्चाई बोली और उसका निर्दोषता साबित हुआ.

इस कहानी से हमें यह सिखाने का संदेश मिलता हैं कि सच्चाई और ईमानदारी हमेशा उच्चतम मूल्यों होते हैं. हमें सत्य बोलने की आदत डालनी चाहिये और दूसरों की संपत्ति चोरी नहीं करनी चाहिये. यदि हम सच्चाई और ईमानदारी की पाठशाला में पढ़ते हैं तो हम समाज में सम्मानित और सफल बन सकते हैं.

सच्ची मित्रता की महिमा

एक छोटे से गांव में रामनाथ और श्यामनाथ नामक दो दोस्त रहते थे. रामनाथ बहुत ही उदार और दयालु व्यक्ति था, जबकि श्यामनाथ लालची और अहंकारी व्यक्ति था. दोनों मित्र अपने साथी जीवन के लिए प्रसिद्ध थे. एक दिन रामनाथ को अपनी अमीरी का आभास हुआ और उसने अपने दोस्त को एक सोने की मुद्रा दी. श्यामनाथ अत्यंत हर्षित हुआ और उसने रामनाथ की दान की मुद्रा को ले लिया. अगले ही दिन रामनाथ दुखी होकर श्यामनाथ के पास पहुंचा और कहा, “दोस्त, मुझे वापस अपनी मुद्रा चाहिये क्योंकि वह मेरी आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण हैं.” लेकिन श्यामनाथ ने रामनाथ की गुजारिश को नजरअंदाज कर दिया और अपनी सोने की मुद्रा को वापस नहीं दी. कुछ समय बाद रामनाथ को बहुत ही बड़ी मुश्किल में देखा गया. उसे तत्काल सोने की मुद्रा की आवश्यकता होती हैं लेकिन उसके पास कुछ नहीं होता.

वह फिर से श्यामनाथ के पास पहुंचा और उससे अपनी मदद की गुजारिश की. श्यामनाथ ने रामनाथ की समस्या को देखते हुये उसे मदद करने के बजाय मजाक उड़ाते हुए कहा, “तुम बड़े बेवकूफ हो! तुमने जब मुझसे सोने की मुद्रा मांगी थी तब मैंने तुम्हें दे दी थी और अब तुम मुझसे चाहते हो कि मैं तुम्हें फिर से दूं? मैं तुम्हारी समस्या में रुचि नहीं रखता.” रामनाथ ने दुःखी मन से वहां से चला गया. वह यह जान गया कि अच्छी मित्रता सिर्फ सहायता और समर्पण पर निर्भर करती हैं और वह दोनों चीजें श्यामनाथ में नहीं थीं. बाद में रामनाथ ने श्यामनाथ की मदद की जगह दूसरे मित्र से सहायता मांगी. उसने देखा कि उसके सच्चे मित्र ने उसकी मदद की और उसे उसकी समस्या से निकालने में सहायता की. रामनाथ और उसका सच्चा मित्र एक-दूसरे का साथ निभाते हुये खुश रहते हैं.

यह कहानी छात्रों को सच्ची मित्रता दया और सहायता के महत्व को समझाने के लिए बनाई गई हैं. इस कहानी के माध्यम से छात्र अपनी मित्रता को मजबूत बनाने के लिए सहायता और समर्पण का महत्व समझेंगे और दया और ईमानदारी का महत्व प्राप्त करेंगे.

खजाने की खोज

दूसरी दुनिया की कहानी हैं. यह कहानी एक गांव में रहने वाले राजू की हैं. राजू एक बहुत ही साहसिक और अवांछित बच्चा था. उसे एक रहस्यमयी खजाने के बारे में सपने में दिखाई दिया. खजाने का पता उसे उसके पुराने नाना-नानी के घर में ही होता था. राजू को खजाने की तलाश ने बहुत उत्साहित किया. उसने अपने दोस्त संजय को भी लिए और दोनों ने रहस्यमयी खजाने की तलाश में रातों-रात शुरुआत की. उन्होंने पुराने नाना-नानी के घर में जगह-जगह खोजी की लेकिन खजाने का पता नहीं मिला.

राजू को आशा हार गई, लेकिन वह निराश नहीं हुआ. उसने संजय को समझाया कि खजाने की तलाश न सिर्फ रत्नों और सोने की होती हैं, बल्कि वह सच्ची मित्रता, साथीपना और संघर्ष की भावना में भी होती हैं. उन्होंने देखा कि उनकी तलाश ने उनके बीच में एक अद्वितीय बंधन बनाया हैं. राजू और संजय एक-दूसरे का साथ देते हुये आगे बढ़े और एक साथ अनेक संघर्षों का सामना किया.

अंततः, उन्होंने गहरे जंगल में एक पुरानी गुफा खोजी जहां पर वे अपनी खजाने को पाया. खजाने में न केवल सोने और रत्नों की एक संपूर्ण ढेर होती थी, बल्कि उन्होंने भी एक नई मित्रता, संघर्ष की कला और साथीपना का मूल्य खोया.

यह कहानी हमें यह सिखाती हैं कि खजाने की तलाश न सिर्फ भौतिक आवश्यकताओं पर ही निर्भर होती हैं, बल्कि यह हमारे बीच में नये और महत्वपूर्ण संबंध बनाने की क्षमता, विश्वास का मूल्य और अवसरों की पहचान के बारे में भी होती हैं. इसलिए, हमें अपने आसपास के महत्वपूर्ण मोमबत्ती को पहचानना चाहिये और इन्हें सत्यता और विश्वास के साथ समय देना चाहिये.

मेहनत का फल

एक छोटे से गांव में रहने वाला राजू एक बहुत ही समय से एक सपना देख रहा था. उसका सपना था कि वह एक प्रशिद्ध गायक बने और अपनी आवाज के जरिये लोगों के दिलों को छू जाये लेकिन राजू को यह पता था कि इस सपने को पूरा करने के लिए उसे बहुत मेहनत करनी होगी. राजू की माता-पिता ने उसे समझाया कि सपने को पूरा करने के लिए कठिनाइयों का सामना करना होगा और समय-समय पर बहुत मेहनत करनी होगी. राजू ने अपने माता-पिता के वचन पर विश्वास किया और अपने सपने को पूरा करने के लिए मेहनत करना शुरू किया.

राजू ने एक प्रशिक्षक के निर्देशन में गायन का अभ्यास करना शुरू किया. वह हर दिन सुबह उठते ही गायन का अभ्यास करता था, संगीत के नियमों को समझता था और अनेक गायन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेता था. लंबे समय तक की मेहनत के बाद एक दिन राजू को अपने गायन का एक मौका मिला. वह अपने सपने को पूरा करने के लिए स्टेज पर उतरा और अपनी आवाज को प्रकट किया. उसकी मेहनत, संघर्ष और निष्ठा ने लोगों के दिलों को छू लिया और उसे अपार सफलता मिली.

यह कहानी हमें सिखाती हैं कि मेहनत और निष्ठा का फल हमेशा मिलता हैं. जब हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करते हैं तो हम अपनी क्षमताओं को विकसित करते हैं, समस्याओं का सामना करते हैं और नई ऊँचाइयों को छू सकते हैं. इसलिए, हमेशा आपके सपनों की ओर मेहनत करें. आपकी मेहनत और समर्पण आपको सफलता की ऊँचाइयों तक ले जायेंगे.

आदर्श ग्रामीण युवा

एक छोटा सा गांव था जहां एक आदर्श ग्रामीण युवा रहता था. यह युवा बहुत ही संवेदनशील और समाजसेवा में रुचि रखने वाला था. वह छात्रों के लिए निःशुल्क शिक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहा था और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चला रहा था. एक दिन उसने सोचा कि वह अपने गांव की स्थिति को और बेहतर बनाने के लिए कुछ अनोखे कदम उठाना चाहता हैं. उसने ग्राम पंचायत को मिलकर एक प्रस्ताव रखा कि गांव के लिए एक समुदायिक केंद्र स्थापित किया जाये. आदर्श युवा की इस प्रस्ताव को शुरू में कुछ लोगों ने ठुकरा दिया क्योंकि उन्हें लगा कि ऐसा केंद्र खर्चीला होगा और उनके लिए कोई लाभ नहीं होगा.

लेकिन धीरे-धीरे अधिकांश लोग इस विचार को स्वीकार करने लगे और समुदायिक केंद्र की स्थापना के लिए आदर्श युवा को समर्थन मिला. समुदायिक केंद्र खुद एक अद्वितीय स्थान बन गया जहां गांव के लोग साथ मिलकर काम करते थे. यह केंद्र छात्रों के लिए शिक्षा प्रदान करने के लिए उचित सुविधाएं प्रदान करता था, स्वच्छता अभियान चलाता था और समुदाय के विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करता था. इस अद्वितीय पहल के माध्यम से, आदर्श युवा ने गांव को एक नया आयाम दिया. उसने लोगों को संगठित किया, उन्हें नई ऊर्जा प्रदान की और उन्हें समाज सेवा के महत्व के बारे में जागरूक किया.

यह कहानी हमें सिखाती हैं कि एक व्यक्ति की एकलता तथा सहनशीलता में शक्ति होती हैं. यदि हम एक साथ मिलकर काम करें और समाज सेवा के लिए अपना समय और प्रयास समर्पित करें तो हम समुदाय को सशक्त, समृद्ध और विकसित बना सकते हैं. यह हमें सिखाती हैं कि हमारे सामरिक भावनाओं और आदर्शों के प्रभाव से हम अपने आस-पास के लोगों की जीवनों में बदलाव ला सकते हैं.

साहसी दलदल में एक चिड़िया

एक जंगल में एक बहुत ही साहसी चिड़िया निवास करती थी. वह हमेशा सोचती थी कि उसे अपनी साहसिकता को परखने का मौका मिलना चाहिये. एक दिन जब बादलों ने बारिश की धारा बहाई और जंगल में एक गहरा दलदल बन गया तब चिड़िया को यह लगा कि यही सही समय हैं अपनी साहसिकता को दिखाने का. चिड़िया ने अपने पंखों की मदद से उड़ान भरी और दलदल में उतर गई. वह धैर्य से अपने पंखों को फैलाती रही और गहरे दलदल में साहस से आगे बढ़ती रही.

लोग चिड़िया को देखकर हैरान रह गये क्योंकि यह उनके लिए अत्यधिक साहसिक कार्य था. चिड़िया की आगे बढ़ती साहसिकता और उसकी मेहनत ने लोगों को प्रभावित किया. वे देखकर यह सोचने लगे कि अगर एक छोटी चिड़िया भी इतना साहसिक कार्य कर सकती हैं तो उनमें भी यह क्षमता हो सकती हैं. लोगों की जोश और साहसिकता में वृद्धि हुई और वे साथ मिलकर चिड़िया को सफलता की प्राप्ति के लिए शुभकामनाएं देने लगे.

यह कहानी हमें बताती हैं कि साहसिकता और उत्साह हमें असामान्य काम करने की शक्ति प्रदान करते हैं. जब हम अपनी आपात स्थितियों से निपटने के लिए साहस और विश्वास का सहारा लेते हैं तो हम अपनी सीमाओं को पार कर सकते हैं और उच्चताओं को छू सकते हैं. इसलिए हमेशा साहसिक हों और अपनी सीमाओं को छोड़ें. तब हम अपने आप को विस्तारित करने के लिए तत्पर रहेंगे.

विजयी विचारशीलता

एक छोटा सा गांव था जहां एक समय अच्छी संख्या में लोग रहते थे. इस गांव में एक छोटा-मोटा स्कूल भी था जहां पढ़ाई के लिए लोग अपने बच्चों को भेजते थे. छात्रों में विवेक नामक एक बुद्धिमान छात्र भी था. उसका दिमाग तेज था और वह सभी मामलों में आलोचनात्मक सोच वाला था. एक दिन स्कूल के प्रिंसिपल ने सभी छात्रों को एक मुद्दे पर सोचने के लिए आवंटित किया. मुद्दा यह था कि क्या वे एक साथ मिलकर एक पुराने और अशोभनीय दालने को नया और सुंदर बना सकते हैं. छात्रों के बीच चर्चा शुरू हुई.

विवेक ने ध्यान से मुद्दे को समझा और चर्चा में भाग लिया. वह सभी को बताया कि एक व्यक्ति अपने विचारों को बदलकर और सकारात्मकता को अपनाकर किसी भी दालने को अच्छा बना सकता हैं. इसके बजाय वे सिर्फ अपनी आलोचनात्मकता से समस्याओं की पहचान करते हैं लेकिन समाधान प्रस्तावित नहीं करते. विवेक की युक्तियों और विचारों को सभी ने समझा और समर्थन किया. उन्होंने साथ मिलकर दालने को पुरानी स्वरूप से नया और सुंदर बनाने का निर्णय लिया. छात्रों ने समय, मेहनत और साथीत्व के साथ काम किया एवं एक नया दालना तैयार किया जो आकर्षक और प्राकृतिक दिखाई देता था.

यह साफ हो गया कि सामरिक विचारशीलता और समुदाय सहभागिता एक साथ जोड़कर महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकती हैं. जब लोग अपनी सकारात्मक सोच और साथ मिलकर काम करते हैं तो कोई भी अच्छाई के लिए संघर्ष करने का समर्थन करता हैं. वह लोग समस्याओं के समाधान के लिए उपाय तलाशते हैं और नये-नये रास्ते ढूंढ़ते हैं. इसलिए, हमेशा सकारात्मक रहें, समस्याओं की जड़ को समझें और सामूहिकता का समर्थन करें. यही हमें अच्छी और विचारशील समाज का निर्माण करेगा.

समय की महत्वपूर्णता

एक गांव में एक बहुत ही निष्ठावान और मेहनती किसान रहता था. उसकी आमदनी केवल खेती से होती थी और वह हमेशा समय पर काम करता था. एक दिन उसे खेत में बहुत सारे काम होने थे लेकिन उसकी घड़ी खो गई थी. वह बहुत ही परेशान हो गया क्योंकि उसे समय पर अपना काम पूरा करना था. उसने घड़ी की तलाश शुरू की लेकिन वह खो गई थी. उसने अन्य किसानों से भी पूछा लेकिन किसी के पास भी एक अत्यंत महंगी घड़ी नहीं थी. उसने दूसरे दिन फिर से काम शुरू किया और अपनी खेती को फिर से निर्माण करने के लिए कठिनाइयों का सामना किया.

वह बहुत ही कठिनाईयों का सामना करते हुये अपना काम पूरा करता गया. अचानक एक दिन उसे एक गहरे खाड़ी में अचानक बंद घड़ी मिल गई. वह बहुत खुश हुआ क्योंकि अब उसे समय के बारे में चिंता नहीं करनी पड़ेगी. वह घड़ी ले जाकर अपने पास रख ली और अब उसे समय पर काम करने में कोई दिक्कत नहीं आयेगी. इससे उसे अपनी खेती में और अधिक ध्यान देने का मौका मिला और उसकी उत्पादकता में वृद्धि हुई.

यह कहानी हमें सिखाती हैं कि समय की महत्वपूर्णता हमारे जीवन में कितनी अहमियत रखती हैं. वह एक अमूल्य संपत्ति हैं जो एक बार चली जाती हैं तो वापस नहीं आ सकती. हमें समय को सदैव महत्वपूर्ण और समय की कीमत को समझना चाहिये. जब हम समय पर काम करते हैं तो हमारी कार्यशीलता बढ़ती हैं और हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल होते हैं. समय को महत्व देने के लिए हमेशा जागरूक रहें और अपने कार्यों को समयबद्ध रूप से पूरा करें.

Short Story In Hindi For Class 10

सत्य का महत्त्व: एक गांव में रहने वाला राजू नामक बच्चे की कहानी हैं. राजू सच्चाई को ध्यान देने के लिए चुनता हैं लेकिन उसे बहुत मुश्किलें आती हैं. एक दिन उसे सच्चाई की महत्वता का पाठ सिखाने के लिए एक जादूगर मिलता हैं. इस कहानी से हमें सत्य की महत्वपूर्णता, आपसी विश्वास और ईमानदारी की प्रशंसा का संदेश मिलता हैं.

निष्कर्ष की महत्ता: एक छोटे गांव में रहने वाले विकास नामक बच्चे की कहानी हैं. विकास एक समस्या से जूझ रहा होता हैं और उसे सही निर्णय लेने में मदद चाहिये. एक आदर्श व्यक्ति उसे मार्गदर्शन देता हैं और विकास को यह सिखाता हैं कि निष्कर्ष निकालने और सही रास्ता चुनने का महत्त्व होता हैं. इस कहानी से हमें निष्कर्ष निकालने की क्षमता, सही निर्णय लेने की क्षमता, और योग्य नेतृत्व का संदेश मिलता हैं.

दुःखी लकड़हारा: एक गांव में रहने वाला एक लकड़हारा जब भी दुखी होता तो वह अपनी गुंडली में स्नान करके अपने दर्द को कम करता हैं. इस कहानी से हमें आपकी मदद करने का महत्व, दूसरों की समय पर मदद करने का महत्व और आपसी सहयोग का संदेश मिलता हैं.

अहंकारी घोड़ा: एक घोड़े को अपने सुंदरता पर गर्व था लेकिन जब उसे एक अस्थायी रूप से ताकत खो दी गई तो वह बेहाल हो गया. यह कहानी आपको यह सिखाती हैं कि गर्व करने से पहले आपको हमेशा दूसरों की सहायता का महत्व समझना चाहिये.

ईमानदारी की कीमत: एक नगर के दाऊदागीर राजा के पास एक मूर्ख ग्रामीण आदमी चोरी का आरोप लगाता हैं. राजा उसे ईमानदारी के बारे में एक सबक सिखाने के लिए ताला खोलने का आदेश देता हैं. इस कहानी से हमें ईमानदारी की महत्वपूर्णता और न्याय के प्रतीक की आवश्यकता का संदेश मिलता हैं.

Conclusion

मैंने आज के आर्टिकल में आपके साथ Class 10 Hindi Moral Stories की लिस्ट शेयर किया हैं. मैं आशा करता हूँ Moral Stories In Hindi For Class 10 की लिस्ट आपको जरूर पसंद आया होगा. आपको बता दे ये स्टोरीज ऐसे होती हैं जो एक संदेश या मोरल को साझा करती हैं. इन स्टोरीज के माध्यम से नैतिक मूल्यों, अच्छे आदर्शों और सही गतिविधियों का संदेश समझाया जाता हैं. इस कहानी के माध्यम से छात्र अच्छे आदर्शों, उच्चतम मूल्यों और धार्मिकता का महत्व समझ सकते हैं. इसलिए सभी स्टूडेंट्स को मोरल कहानियां जरूर पढ़ना चाहिये. यह हमारे जीवन के लिए बेहद जरूरी हैं. यह आपको हिंदी में कहानियां की लिस्ट पसंद आया तो इसे क्लास 10th स्टूडेंट के साथ शेयर अवश्य करे.

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